कोरोनावायरस / वुहान में फंसे भारतीयों को लाने आज एयर इंडिया का विमान जाएगा; चीन में 213 की मौत, ग्लोबल इमरजेंसी घोषित

  • #एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक अश्विनी लोहानी ने कहा- चीन के वुहान में फंसे करीब 400 भारतीयों को वापस लाया जाएगा
  • #भारत समेत 20 देशों में संक्रमण; चीन में अब तक 9692 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई, हुबेई प्रांत में सबसे ज्यादा 204 मौत हुईं.

  • बीजिंग/जेनेवा.वुहान में फंसे भारतीयों को भारत वापस लाने के लिए आज दोपहर12 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से एक विमान चीन रवाना होगा। एयर इंडिया का बोइंग 747 विमान चीन के वुहान में फंसे करीब 400 भारतीयों को एयरलिफ्ट करेगा। वहीं,चीन में कोरोनावायरस से अब तक मृतकों की संख्या 213 तकपहुंच चुकी है। अब तक 9692 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। हुबेई प्रांत मेंसबसे ज्यादा 204 मौत हुईं और यहां 5806 लोगों में वायरस की पुष्टिहुई। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार कोग्लोबल इमरजेंसीकी घोषणा कर दी। हालांकि, चीन की यात्रा और किसी भी प्रकार के व्यापार पर रोक नहीं लगाई गई।
    डब्ल्यूएचओके प्रमुख टेड्रोस एडनोम गेब्रियेसिस ने कहा कि सबसे बड़ी चिंता यह है कि वायरस सबसे खराब स्वास्थ्य सुविधाओं वाले देशों में न फैले। उधर, चीन का कहना है कि वह वायरस के खिलाफ लड़ने में पूरी तरह सक्षम है। भारत समेत 20 देशों में संक्रमण पायागया है।उधर, इटली में एक क्रूज में एक चीनी दंपति की तबीयत खराब होने के कारण उसे रोक दिया गया। क्रूज रोके जाने के कारण उसमें सवार 6000 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि कोरोनावायरस के डर से ऐहतियातनक्रूज को सिबिटावेकिया क्षेत्र में रोक कर रखा गया है।
    विमान यात्रियों के साथ शनिवार को वापस आएगाः अश्विनी लोहानी
    एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक अश्विनी लोहानी ने कहा, “चीन के वुहान में फंसे करीब 400 भारतीयों को एयर इंडिया कीफ्लाइट से वापस लायाजाएगा। विमानशनिवार देर रात2 बजे वापस आएगा। सभी लोगों के भारत आने के बाद विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय आगे की कार्रवाई करेगा।” रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लाइट में 5 डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद रहेगी।
    लोग बचाव के लिए प्लास्टिक के कंटेनर तक पहन रहे
    भारत समेत दुनिया के 20 देशों में कोरोनावायरस के मामले सामने आए हैं। लोगों में खौफ का माहौल है। चीन के लोग घर से बाहर जाते वक्त इससे बचाव के हर वो उपाय अपना रहे हैं, जो जरूरी है। लोग मेट्रो, फ्लाइट्स, बाजार और अन्य जगहों पर प्लास्टिक कंटेनर, हेलमेट और बैग पहनते दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें सामने आई हैं। लोगों का कहना है कि इसमें कोई झिझक नहीं होनी चाहिए क्योंकि जान कीमती है।
    क्या है ग्लोबल इमरजेंसी?
    ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किए जाने के बाद वायरस से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर प्रयास तेज किएजाएंगे। वायरस ज्यादा देशों में न फैले, इसलिए डब्ल्यूएचओ सभी देशों के साथ समन्वय करआगे की रणनीति पर काम करेगा। डब्ल्यूएचओ ने अब तक 6 बार ग्लोबल इमरजेंसी की घोषणा कीहै।2007 में चीन मेंसीवियरएक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम(सार्स) के फैलने के बाद पहली बार ग्लोबल इमरजेंसी घोषित की गई थी। इसके बाद 2009 में स्वाइन फ्लू के कारण, 2014 में पोलियो, 2014 और 2019 में इबोला और 2016 में जीका वायरस के फैलने के बाद इसकी घोषणा की गई।
    भोपाल में भी एक संदिग्ध मिला
    भारत में कोरोनावायरस का पहला मामला केरल में मिला था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि केरल की एक छात्रा वुहान यूनिवर्सिटी से पढ़कर देश लौटी थी। वहीं, भोपाल एम्स में भी एक संदिग्ध मामला पाया गया है। उसे इलाज के लिए एम्स के मेडिसिन डिपार्टमेंट में रखा गया है। उसे तेज बुखार, सर्दी, खांसी की शिकायत के बाद एम्स में भर्ती कराया गया। गुरुवार को कोरोनावायरस सेमलेशिया में त्रिपुरा के एक व्यक्ति की मौत हो गई।
    मध्य प्रदेश के खरगौन जिले के तीन छात्र शुभम गुप्ता, मतीन खान और राकेश नायक चीन के शियान, हुबेई और हंजू प्रांत में फंसे हुए हैं। तीनों की उम्र 21 वर्ष है। शुभम की मां ने बताया कि बेटा एक हफ्ते से कमरे में बंद है। वह वहां दो साल से रह रहा है। तीनों छात्रों ने वीडियो कॉल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चीन से निकालने की अपील की।

No comments:

Powered by Blogger.